जहाँ हो दलित अत्याचार करें सिर्फ एक पुकार राष्ट्रीय दलित युवा मोर्चा

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जहाँ हो दलित अत्याचार करें सिर्फ एक पुकार राष्ट्रीय दलित युवा मोर्चा

Friday, February 19, 2010

साथियों जय भीम 
                              छत्तीसगढ़ में एक महिला दलित कार्यकर्ता और उसके पति की हत्या 
एक ओर जहा पुरे देश में दलितों के उपर अत्याचार हो रहे है अब दलितों की अधिकारों के लिए लड़ने वाले दलित कार्यकर्ता एवं उनके परिवार भी सुरछित नहीं है
ऐसी ही एक घटना छत्तीसगढ़ में हुई है 
बिलासपुर जिले के चोरभठी गाव में दलित अधिकारों के लिए कार्य करने वाली दलित महिला कार्यकर्ता अनीता सुर्यवंसी  अवम उसके पति की हत्या गैर दलितों द्वारा कर दी गयी .
अनीता सुर्यवंसी एक बहुत ही गरीब दलित परिवार की लड़की थी महज छोटी सी उम्र में उसके संघर्ष की सुरुवात हुई .उसके गाव गैर दलितों द्वारा दलितों के उपर हो रहे अत्याचारों का उसने सर्वप्रथम विरोध किया जिसके लिए उसे कई बार गैरदलितो के जुल्म का शिकार होना पड़ा हमेशा उसे जान से मारने की धमकी मिलती रही .कुछ आस-पास के दलित कार्यकर्ताओं के साथ जाकर अनीता ने अपने निकटम पुलिस थाना में जाकर रिपोर्ट भी लिखवाई .लेकिन पुलिस ने उसे गंभीरता से नहीं लिया .पुलिस की लापरवाही की कीमत अनीता और उसके पति को अपनी जान देकर चुकानी पड़ी. अनीता ने अपने अच्छे कार्य वजह से दलित समाज के बीच एक अछि जगह बना ली थी अनीता ने महिला सशक्तिकरण समिति नामक संस्था बनाई जिसके माध्यम से अनीता कार्य करती रही .गावं की पंचायत ने उसके कार्यो को देखते हुए उसकी संस्था को कुछ एकड़ जमीन प्रदान की बस यही जमीन गैर दलितों के आखों की किर-किरी बन गयी और उस जमीन के कब्जे को लेकर गैर दलितों का अनीता को धमकाना शुरू हो गया |  .
पूरी घटना इस प्रकार है :---घटना हुई दिनाक १ दिसम्बर से १४ दिसंबर के बीच 
१ दिसंबर को अनीता अपने निवास से अपनी माँ के निवास जो की उसी गावं में थोड़ी ही दूरी पर था गयी उसने अपनी माँ को बताया की कुछ दिन से मोबाइल पर किसी महिला जो अपने आपको काँटी साहू की दूसरी पत्नी बताती है उसे जमीन एवं ऑफिस छोड़ने के लिए धमकाती रहती है न छोड़ने पर उसे उसके पति सहित जान से मारने की धमकी देती हैं इतना अपनी माँ को बताकर वापिस अपने घर चली गयी 
२ दिसंबर को अनीता की अपने खेत से लौटे हुए अनीता के घर पहुंची तो वहां उसने ताला लगा पाया .फिर अनीता की माँ अपने घर वापिस आ गयी .घर आते ही अनीता की बहन सुनीता ने बताया की अनीता का पड़ोस के मोबाइल में काल आया था की वह अपने पति के साथ बेरला जा रही हैं और १०-१५ दिनों में लौटेगी .
६ दिसंबर ;--- बिलासपुर के एक दानिक पेपर में समाचार आया की बिलासपुर की जवाहर नगर में एक व्यक्ति लाश मिली है जिसकी पहचान अनीता के पति के रूप में हुई.लाश के पास जहर की छोटी बोतल भी बरामद हुई ताकि यह आत्महत्या लगे लेकिन मेडिकल रिपोर्ट में यह साफ़ हो गया की यह हत्या है  अनीता के घरवालों ने अनीता के बारे में पतासाजी की पर उसका कोई पता नहीं चला .उन्होंने तखतपुर थाना में अनीता के गम एवं उसकी हत्या की आशंका की रिपोर्ट लिखवाई .
१३ दिसंबर ;-अनीता के निवास से लोंगो को बदबू आई  लोंगो ने पुलिस को सुचना दी .पुलिस ने अनीता के घर का ताला तोडा और अनीता के घर से उसकी लाश बरामद की. पुलिस अपने साथ जासूस कुत्ता भी लाई थी जो की सीधा सूंघते हुए गावं के बाहर कान्ति साहू के निवास पहुंचा .१३ दिसंबर की रात में खबर मिलते ही काफी दलित कार्यकर्ता घटना स्थल पर पहुच गए  .अनीता की लाश सड़ी गली आधा सरीर कंकाल आधा सही मिला . पुलिस और हमारी टीम ने पाया की जिस पलंग पर अनीता लाश मिली थी उसके आस-पास संघर्ष के कोई निशान नहीं थे ऐसा प्रतीत होता था जैसे लाश कहीं और लाकर यहाँ रख दिया गया हो .
१४  दिसंबर पुलिस ने पंचनामा किया और लाश को पोस्ट-मार्टम के लिये बिलासपुर मेडिकल हॉस्पिटल भेज दिया . हॉस्पिटल के डोक्टोर्स ने लाश को रायपुर रिफेर कर दिया .रायपुर के डॉक्टर ने लाश की तमाम हड्डियों को फोरेंसिक जाँच के लिए रख लिया और हमे सिर्फ एक थैले में लाश की थोड़ी सी चमड़ी दे दी . जिसका हम लोंगो ने अंतिम संस्कार किया .

पुलिस ने कान्ति साहू को व्यान के लिए बुलाया और उसे छोड़ दिया .अपनी रिपोर्ट में अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया .
उस दिन से लेकर आज तक पुलिस ने कोई ठोस कारवाही नहीं की .
शर्म की बात यह छत्तीसगढ़  में तमाम संघटन जो मानव अधिकारों को बात करते हैं उन्होंने इस घटना पर कोई प्रतिकिर्या नहीं दी .
आप तमाम दलित कार्यकर्ताओ से राष्ट्रीय दलित युवा मोर्चा अपील करता हैं की हमारी एक दलित महिला कार्यकर्ता को न्याय दिलाने के लिए आगे आये .हमारी इस फेक्ट -फिन्डिंग टीम हमारे साथी ------------ विभीषण पत्रे ,शेखर नाग,गुड्डू लहरे,दुर्गा झा,बाबु भाई श्रीवास,मुनि भाई,विजयराज,

         अनीता सूर्यवंशी को अश्रुपूर्ण श्रद्धांजलि एवं क्रन्तिकारी जय भीम के साथ आप सभी को 

                                                            जय-भीम 

       

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