पलारी -| ब्लाक के ग्राम बलोदी में 65 एकड़ जमीन पर दलित समुदाय के लोग पिछले २० , २५ वर्षों से खेती करते आ रहे हैं बस यहीं जमीन वहां रह रहे गैर दलितों की आखों की किरकिरी बनी थी
गैर दलित पिछले कई वर्षों से दलितों को किसी न किसी बहाने से प्रताड़ित करते चले आ रहे थे , ग्राम बलोदी में 40% आबादी दलितों की हैं 60% आबादी गैरदलितों की हैं,,
अपने जानवरों को दलितों के खेतों में चराता एक गैर दलित |
मुख्य घटना ---: 16 अगस्त को गैरदलितों द्वारा गाँव में एक मीटिंग का आयोजन किया गया जिसमे दलितों को उनकी जमीन से बलपूर्वक बेदखल करने का फैसला किया गया ,दुसरे दिन 17 अगस्त को सारे गैर दलित 300 से 400 की जनसँख्या में अपने सारे जानवरों को लेकर दलितों के खेतों को चराने के लिए गए .तथा अपने जानवरों को उनके खेतों में उनकी फसल को चरने छोड़ दिया . कुछ समय बाद जब दलित बस्ती में इस बात की खबर पहुंची . तो दलितों ने वहां जाकर विरोध जताया . बातचीत के दौरान गैरदलितों के गुट ने उन पर अचानक हमला बोल दिया . और दोनों समुदायों के बीच खुनी संघर्ष चालू हो गया जिसमे दोनों समुदायों के बहुत लोग घायल हो गए . दो गैर दलितों की मौत हो गयी .पुलिस घटना के बहुत देर बाद वहां पहुंची . पुलिस ने 24 दलितों को गिरफ्तार किया ..
घटना के पूर्व गाँव की पृष्ठ भूमि -: गाँव की लगभग आबादी 3500 हैं जिसमे दलितों की जनसंख्या 45% तथा गैरदलितों की जसंख्या 55% हैं , विवेचना के दौरा ऐसी कई बातें सामने आयी जों यह बताती हैं की इस गाँव में घोर छुआ-छूत हैं , गैर दलित हमेशा से दलितों को किसी न बहाने प्रताड़ित करते आ रहे थे .
रमेश घृतलहरे के अनुसार --: लगभग ४० से ४५ वर्ष पूर्व एक पुराने मालगुजार जुदावर मल्दागा ( बनिया )से दाऊ सिदार कश्यप ने इस गाँव को ख़रीदा. बेचते समय बनिया ने दाऊ से कहा था की केवल जितनी जमीन मैं मेरा हाल चलता हैं उतनी ही भोमी में हाल चलाना ,बाकि जमीन को घस्भूमि के लिए रखना . कुछ समय बाद एक साजिश के तहत गाँव के गैरदलितों ने उक्त बनिया मारपीट कर गाँव से भगा दिया ,उस समय गाँव में लगभग 350 एकड़ खली जमीन थी , धीरे-धीरे गाँव के गैर दलितों ने उक्त खली जमीन को अपने कब्जे में ले लिया , कुछ लोंगों ने पटवारी के साथ मिलकर बहुत सी जमीनों को अपने नाम करा लिया , जों जमीन खली बची उसमे से कुछ एकड़ पर दलितों ने खेती करना चालू कर दिया.
इस घटना के पूर्व की घटनाये --: सन 80 में जब पंचायत चुनाव हुआ तो गाँव के दाऊ भगवतदास कश्यप चुनाव हर गया और दलित कल्याणदास घृतलहरे चुनाव जीत गए , तब भी जातिगत झगडा हुआ था .
२-: 1993 में गौरी-गौर ( छत्तीसगढ़ का एक धार्मिक त्यौहार ) के समय कुछ गैरदलित युवकों ने गों में जातिगत गलियां देते हुए एक दलित टेलर रमेश भारती को मारा और उसकी दुकान में आग लगा दी थी .
३-: एक होलिका दहन के समय गैर दलितों उत्पात मचाते हुए कुछ दलितों के घर में आग ली दी थी .
दलितों के खेतों की मेड बैठे गैर दलित |
दलितों के खेतो की फसल पुलिस ने की |
यह तशवीरें पूरी घटना खुद व्यान करती हैं ..इन सारे लोंगो से जब हमने पूंछा की क्या हुआ तो इनका कहना था इस गाँव के दलितों हम लोंगो से कुछ ज्यादा ऊँची आवाज में बात करने लगे थे अगर इस गाँव रहना हैं जमीन छोडनी पड़ेगी -----
पलारी गाँव के तहशिलदार के अनुसार -: गाँव में जातिगत तनाव काफी समय से हैं यहाँ के दलित भूमिहीन हैं . गैर काफी सम्रद्ध हैं , गैरदलितों ने भी लगभग 250-300 एकड़ पर कब्ज़ा कर रखा हैं , हमारे उपर काफी दवाब हैं , शासन सीमांकन करके उक्त जमीन को कब्ज़ा मुक्त कराएगा ..
गाँव मौजूद तहसीलदा& राजस्व इंस्पेक्टर |
गाँव में मौजूद पुलिस इंस्पेक्टर& विजय राज(NDYF) |
थाना पलारी के पुलिस इंस्पेक्टर ने गिरफ्तार व्योक्तीयों का निन्मलिखित व्योरा दिया
दलितों के उपर की गया F.I.R,,
- अपराध क्र..254/10............. धाराएँ 147,148,149,294,323,506(B) , 307,ipc 302 ipc
- प्रार्थी ---------------- कालीचरण पिता मुखीराम देवांगन उम्र ३० वर्ष ग्राम बलोदी
- आरोपी ------- १ मंगलदास सतनामी २ भद्दर सतनामी ३.छोटेलाल सतनामी ४, बिलवा ५.बग्गू सतनामी ६,गिरधारी सतनामी ७, खेदु सतनामी ८,जीवन सतनामी ९,इंदु १०, ज्ञानदास सतनामी ११,मनोहर सतनामी + 30-40 ग्रामवासी बलोदी
- जब्त किये गए हथियार ---------- सिर्फ 8-10 लाठियां
गैरदलितों के उपर किया गया FIR...
- अपराध क्र. 255/10 ------------------- धाराएँ .. 147,148,149,294,506(B) 323 ipc(कोई बड़ी धाराएँ नही , कोई sc/st act नही लगाया गया )
- प्रार्थी ------ मगलदास पिता भोजराम सतनामी उम्र 65 वर्ष ग्राम बलोदी थाना पलारी
- आरोपी ...... १, राजेंद्र २,जनक ३,पुनीत ४, सुरेन्द्र ५,मनीराम ६,कालीचरण ७, पंचराम ८,तुलसीराम ९.बदन १०,बेशाखुराम ११,खिलावन १२. तिलक १३,हरवंश १४,गोपाल १५,मनहरण १६, साधराम १७, मूतु १८, परस १९,महासिंह २०, नत्थू २१,मनोहर यादव २२,भवानी २३,चोवा २४,भीम सिंह + 25-30 व्यक्ति सभी ग्राम बलोदी थाना पलारी
जिन व्योंक्तियों के नाम दिए गए हैन वो सभी गिरफ्तार हो चुके हैं ...... पुलिस इन्स्पेक्टर थाना पलारी
जय-भीम
यह सारे घर वहां रहने वाले दलितों के हैं जों की भूमिहीन है और इन्हें उक्त जमीन का पट्टा २००२ में तत्कालीन मुख्यमंत्री श्री अजित जोगी द्वारा हरेली-सहेली योजना के तहत प्रदान किया गया था
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