राष्ट्रीय दलित युवा मोर्चा सलाम करता हैं महाराष्ट्र के उन दलित भाइयों के आत्म-सम्मान,मानवीय गरिमा, उस संघर्ष को जों उन्होंने खैरलांजी हत्या कांड के मुजरिमों को फंसी के तख्ते तक पहुँचाया.
लेकिन एक तकलीफ भी होती हैं की ये सिलसिला केवल महाराष्ट्र तक ही सिमित रहा ,आज छात्तिश्गढ़ में लगातार दलितों के उपर अत्याचार हो रहे हैं लेकिन यहाँ के दलितों या उनके उपर कम कर रहे संघठनो के उपर जू तक नही रेंग रही , वो तमाम पार्टी के नेता जों अपने आप को दलितों का हितेषी कहते हैं या वो तमाम मानव अधिकारों की पैरवी करने वाले संघठन, दलित कार्यकर्ता ,दलित बुद्धजीवी न जाने क्यों इन मुद्दों पर चुप्पी साध लेते हैं ,ऐसे कई उदाहरण हैं की जब-जब केवल दलितों पर अत्याचार होते ये सारे लोग न जाने कहाँ गायब हो जाते हैं , लेकिन जब इनके किसी मुद्दे को लेकर रैली या धरना प्रधार्शन करना हो तो न जाने कहाँ से हमारे दलित कार्यकर्ताओं की भीड़ इनके साथ होती हैं
हम क्यों सबक नही लेते महाराष्ट्र के दलित भाइयों से सबक लेने की जिन्होंने मानवता को भी शर्मशार करने वाली खैलांजी घटना का पूरे जोर शोर से विरोध किया ,सबक लेना चाहिए उन महिलाओं से जिन्होंने मुख्यमंत्री सदन में घुसकर अपना विरोध प्रदर्शन किया,
जय-भीम
No comments:
Post a Comment